कैसा जीवन जी रहे हैं हम?
हम तो
दूसरों को
हंसाने के लिए
अपने को
रूलाने वाले
और दूसरों को
रूलाने के लिए
अपने को
हंसाने वाले
लोग हैं।
हमारे आंसू भी
नकली हैं
और
हमारी हंसी भी
खोखली!
हम तो
दूसरों को
हंसाने के लिए
अपने को
रूलाने वाले
और दूसरों को
रूलाने के लिए
अपने को
हंसाने वाले
लोग हैं।
हमारे आंसू भी
नकली हैं
और
हमारी हंसी भी
खोखली!