के टूटकर बिखरे हम यहाँ उसी के लिए
चला गया वो हमें छोड़ कर किसी के लिए
के टूट कर बिखरे हम यहाँ उसी के लिए
सकुन दिल का जो मेरे चला गया लेकर
तड़प रहा दिल मेरा उस अजनबी के लिए
न मुझको जीने देती है जमाने की बातें
मै जी रही हूं हक़ीक़त में आप ही के लिए
कभी खुशी में कभी ग़म में जी रहे थे हम
के छोड़ दी हर खुशी ये दोस्ती के लिए
करूं मुहब्बत कैसे किसी से मैं यारों
तड़प रहा दिल मेरा है आशिकी के लिए
हैं आस मुझको कँवल तुम न हार मानोगी
दिखाये क्यो अश्क अपनी तशनगी के लिए