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26 Jan 2024 · 1 min read

केही कथा/इतिहास ‘Pen’ ले र केही ‘Pain’ ले लेखिएको पाइन्छ।’Pe

केही कथा/इतिहास ‘Pen’ ले र केही ‘Pain’ ले लेखिएको पाइन्छ।’Pen’ ले लेखिएको कथा/इतिहास सम्झौताप्रस्त नेतृत्वले आफू अनुकूल प्रयोग र व्याख्या गर्दै त्यसलाई आफ्नै हातले रातो मसी लगाउँदै ‘गलत’ ठहराउन सक्छन् । यसका ज्वलन्त साक्षी विगतका केही सम्झौताका दस्तावेजहरू हुन्। तर, ‘Pain’ अर्थात् शहादत, जनविद्रोह, बलिदान, चट्टानी अडान, जनसंघर्ष र सक्षम नेतृत्वका कारण लेखिएको कथा/इतिहास अजम्बरी हुन्छ। समावेशिता, पहिचान, समानुपातिक प्रतिनिधित्व, आरक्षण आदि त्यसको साक्षात प्रमाणहरू हुन् ।

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