केरल की कुदरती आपदा पर अपने जाँबाज़ सैनिकों को समर्पित
कुदरत जितना उत्पात दिखाओ
अपनी आदत से बाज़ ना आओ ,
उपर अगर भगवान खड़े हैं
नीचे इंसानी अवतार अड़े हैं ,
मात नही खायेगें हम
हार नही जायेगें हम ,
हम रक्षक हैं
हम सक्षम है ,
ये देश हमारा भारत है
कितनी भी मुश्किल आ जाए
हार गए तो लानत है ,
हम हिम्मत दें जनता को
कम मत आकों इस क्षमता को ,
सीमा पर मर जाते हैं
शान से शीश कटाते हैं
अपने वतन वासियों के लिये
घुटनों पर झुक जाते हैं ,
वतन हमारा कर्म है
यही हमारा धर्म है ,
इसके लिये जो काम ना आये
फिर तो लाजिमी शर्म है ,
इनकी सेवा की खातिर
पूरा सैन्य जगता है
इसी देशभक्ति पर तो
हम पर पूरा देश मरता है ।।।
स्वरचित एवं मौलिक
( ममता सिंह देवा , 19 – 08 – 2018 )