कॅरोना महामारी
कॅरोना महामारी बन गई दुनियाभर की बीमारी
दिखा दिया मानव को ,क्या है उसकी लाचारी
क्या अमीर, क्या गरीब, सबको सबक सिखाया है
इंसान की औकात क्या है, इसने उन्हें दिखाया है
सामाजिक दूरिया बनाते हुए घर पर ही सब बैठे रहो
कॅरोना महामारी को मिटाने में सरकार की मदद करो
क्या इंसान, क्या भगवान ,सब को बांध कर रख दिया
मंदिर, मस्जिद ,गिरिजाघर को तूने बंद करवा दिया
बिछडा प्यार, बिछड़े रिश्ते सब कुछ अब पास आने लगे
माता -पिता ,पत्नी और संतान अपने रिश्ते समझने लगे
पति अब घर में झाडू-पोछा और पकवान बनाने लगे
पत्नी को प्यार और उसके काम मे सहयोग करने लगे
बेटा- बेटी ,अपने पिता का प्यार -दुलार पाने लगे
घर पर बैठे लोग अपना काम -काज स्वयं करने लगे
सास- ससुर, मित्र -बांधव वीडियो कॉल करने लगे
असली मेल – मिलाप की कीमत सभी अब समझने लगे
तरह -तरह के व्यंजन अब घर मे ही बनने लगे
घर पर बने चीजों की कीमत सभी अब समझने लगे
सभी तरह के प्रदूषण सारी दुनिया मे कम होने लगे
पशु- पक्षी, पर्वत -नदियाँ, धरती -माँ भी खुश होने लगे
अब बस भी कर !अपना कहर ,इंसान और दुनिया पर
फिर से ज़िन्दगी को संवारने का अवसर हमको प्रदान कर
– बाळकृष्ण काळे
दिनांक : ०७.०४.२०२०