कृष्ण हमारी मटकी फोड़ो (भक्ति गीत)
कृष्ण हमारी मटकी फोड़ो (भक्ति गीत)
____________________________________
सिर पर बोझा बहुत हो चुका अब तो कर दो खाली
कृष्ण हमारी मटकी फोड़ो माखन-मिश्री वाली
(1)
जब तक मटकी भरी रहेगी मन उसमें भटकेगा
ध्यान तुम्हारा नहीं लगेगा , मटकी में अटकेगा
एक हुई बीमारी भारी मटकी की यह पाली
(2)
जल्दी आओ कृष्ण चुरा लो या कंकड़ से फोड़ो
थक- थक गया देह से कहते-कहते बस मत जोड़ो
मटकी में माखन सफेद कब, कलुष हृदय की काली
कृष्ण हमारी मटकी फोड़ो माखन-मिश्री वाली
————————————————————
रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा
रामपुर ( उत्तर प्रदेश )
मोबाइल 9997615451