कृष्णा तेरी बांसुरी , जब- जब छेड़े तान ।
कृष्णा तेरी बांसुरी , जब- जब छेड़े तान ।
घर से दौड़ी राधिका , कर कृष्णा का ध्यान ।
जड़ चेतन संसार उस, मुरलीधर के मीत –
मंत्र मुग्ध राधा चली, कृष्णा की बन जान ।
सुशील सरना / 26-8-24
कृष्णा तेरी बांसुरी , जब- जब छेड़े तान ।
घर से दौड़ी राधिका , कर कृष्णा का ध्यान ।
जड़ चेतन संसार उस, मुरलीधर के मीत –
मंत्र मुग्ध राधा चली, कृष्णा की बन जान ।
सुशील सरना / 26-8-24