*कृपा करो हनुमान (गीत)*
कृपा करो हनुमान (गीत)
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कृपा करो हनुमान बुद्धि-बल, हम सब में भर दो
(1)
यह तुम थे हनुमान पार सागर को जो कर पाए
लंका जा सीता-माता का पता लगाकर आए
छाई दुर्बलता जो हम में, भीतर सब हर दो
(2)
द्रुत गति से कार्यों की क्षमता, तुमने ही थी पाई
संजीवनी तुम्हारे बल पर, ही केवल थी आई
दूर मृत्यु के भय से जीवन, शाश्वत शुभ कर दो
(3)
यह तुम ही थे परम राम की, कृपा सर्वदा पाते
हृदय चीरकर जब भी देखो, बसे राम मिल जाते
राम-नाम की ज्योति जला कर, हमको भी तर दो
(4)
गदा तुम्हारी बलशाली, दुष्टों पर पड़ती भारी
सिर्फ तुम्हारे बल पर थी, रावण-वध की तैयारी
नाश कर सकें असुरों का वह, सिंहनाद स्वर दो
कृपा करो हनुमान बुद्धि-बल, हम सब में भर दो
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रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451