कुसुर
आज भरी महफिल में हमारी वफा का खून हुआ।
अपने ही हाथों हमारा दिल चकनाचूर हुआ।
भूले से हम किसी से मुहोबत कर बैठे,
बस इतना ही ए खुदा ! हमसे कुसुर हुआ।
आज भरी महफिल में हमारी वफा का खून हुआ।
अपने ही हाथों हमारा दिल चकनाचूर हुआ।
भूले से हम किसी से मुहोबत कर बैठे,
बस इतना ही ए खुदा ! हमसे कुसुर हुआ।