Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 May 2024 · 1 min read

*कुल मिलाकर आदमी मजदूर है*

——————————————
कुल मिलाकर आदमी, मजदूर है।
कुछ न कुछ ढोने को वो मजबूर है।

कोई दो वक्त की भूख से लाचार है,
कोई हर घड़ी रहता बड़ा मगरुर है।

ठोकरों लाचारियों के बावजूद,
फिर भी दिल तो ताज़गी भरपूर है।

जान भी दे दे, अगर वो इश्क में,
लेकिन परखना हुस्न का दस्तूर है।

तू नसीहत इस वक्त कर ना कर,
फिर फ़ैसला तेरा हमें मंजूर है।

रोजमर्रा जिंदगी तंदूर है,
मरने को बस आदमी मजबूर है!

——————————————–
सुधीर कुमार
सरहिंद फतेहगढ़ साहिब पंजाब

Language: Hindi
1 Like · 103 Views

You may also like these posts

रो रही है मॉं
रो रही है मॉं
SATPAL CHAUHAN
धोरां वाळो देस
धोरां वाळो देस
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
* फर्क दिलों-जिस्म में हो ना *
* फर्क दिलों-जिस्म में हो ना *
भूरचन्द जयपाल
वो जिस्म बेचती है, वैश्या कहलाती है
वो जिस्म बेचती है, वैश्या कहलाती है
Rekha khichi
अच्छे कर्मों का फल (लघुकथा)
अच्छे कर्मों का फल (लघुकथा)
Indu Singh
Agar tum Ladka hoti to Khush Rah paati kya?....
Agar tum Ladka hoti to Khush Rah paati kya?....
HEBA
हर इंसान को भीतर से थोड़ा सा किसान होना चाहिए
हर इंसान को भीतर से थोड़ा सा किसान होना चाहिए
ruby kumari
#प्रभा कात_चिंतन😊
#प्रभा कात_चिंतन😊
*प्रणय*
फागुन
फागुन
डॉ राजेंद्र सिंह स्वच्छंद
छंद मुक्त -गीत-अहम
छंद मुक्त -गीत-अहम
Yogmaya Sharma
जिंदगी का चमत्कार,जिंदगी भर किया इंतजार,
जिंदगी का चमत्कार,जिंदगी भर किया इंतजार,
पूर्वार्थ
किसी का कुछ भी नहीं रक्खा है यहां
किसी का कुछ भी नहीं रक्खा है यहां
Sonam Puneet Dubey
- तेरी यादें मेरे जीवन का एक हिस्सा -
- तेरी यादें मेरे जीवन का एक हिस्सा -
bharat gehlot
हर प्रेम कहानी का यही अंत होता है,
हर प्रेम कहानी का यही अंत होता है,
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
4644.*पूर्णिका*
4644.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
एक शकुन
एक शकुन
Swami Ganganiya
मोहब्बत ने तेरी मुझे है सँवारा
मोहब्बत ने तेरी मुझे है सँवारा
singh kunwar sarvendra vikram
साहब का कुत्ता (हास्य-व्यंग्य कहानी)
साहब का कुत्ता (हास्य-व्यंग्य कहानी)
गुमनाम 'बाबा'
थक गया दिल
थक गया दिल
Dr fauzia Naseem shad
एक सूरज अस्त हो रहा है, उस सुदूर क्षितिज की बाहों में,
एक सूरज अस्त हो रहा है, उस सुदूर क्षितिज की बाहों में,
Manisha Manjari
प्रेम सच्चा अगर नहीं होता ।
प्रेम सच्चा अगर नहीं होता ।
Jyoti Shrivastava(ज्योटी श्रीवास्तव)
लगा जैसे उसकी आंखों में सारा समंदर समाया हो,
लगा जैसे उसकी आंखों में सारा समंदर समाया हो,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
बस एक कहानी .....
बस एक कहानी .....
संजीवनी गुप्ता
दरारों में   ....
दरारों में ....
sushil sarna
ଏହା କୌଣସି ପ୍ରଶ୍ନ ନୁହେଁ, ଏହା ଏକ ଉତ୍ତର ।
ଏହା କୌଣସି ପ୍ରଶ୍ନ ନୁହେଁ, ଏହା ଏକ ଉତ୍ତର ।
Otteri Selvakumar
*बदकिस्मत थे, जेल हो गई 【हिंदी गजल/गीतिका】*
*बदकिस्मत थे, जेल हो गई 【हिंदी गजल/गीतिका】*
Ravi Prakash
तुम बिन जाएं कहां
तुम बिन जाएं कहां
Surinder blackpen
आरती करुँ विनायक की
आरती करुँ विनायक की
gurudeenverma198
मानवता का सन्देश
मानवता का सन्देश
manorath maharaj
*दिल चाहता है*
*दिल चाहता है*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
Loading...