कुपथ कपट भारी विपत🙏
कुपथ कपट भारी विपत
पाँच सौ साल विस्थापत
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सत्य साथी जोड़ी निराली
जोड़ तोड़ गुना अति भारी
जमा घटा भाग भारी पे भारी
आधार यही जीवन संसारी
जोड़ों पर जोड़ चार दिवारी
घटत घटाव घंटा क्षण भारी
कुपथ कपट विपत के साथी
सत्य संयम आस्था की पुजारी
करुणा दया भावना की यारी
जन कल्याण है विश्व पर भारी
मोदी योगी कलयुग के साथी
जैसे राम लखन थे दोनों भाई
राम राज की सपना दिखाई
पाँचसौ बरस का संकट छाई
कुपथ कपट भारी विपत था
बीससौ चौबीस विक्रमीसंवत
बीस सौअस्सी स्वर्ण काल में
सुगम सहज सबल सुखदाई
हर्षित महतारी मुनि मनहारी
अद्भूत कलयुगी मंदिर निहारी
👏👏👏👏👏👏👏
टी . पी. तरुण