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22 Oct 2020 · 1 min read

कुन्डली (अधर छंद)- गुरू सक्सेना

कुण्डली (राधा कृष्ण होली)

अधर छंद
*********

नट नागर के रंग से राधा का तन लाल
राधा के रंग से लगें, लाल लाल नंदलाल ।

लाल लाल नंदलाल,रंग खेलत न हारें ।
रंग संग दिल चंग ,नचाकर नैन निहारें ।

लीला गाकर थके ज्ञान के गहरे सागर ।
रास रचैया,कृष्ण कन्हैया जय नटनागर ।।

गुरू सक्सेना, नरसिंहपुर

1 Comment · 324 Views
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