कुण्डलीया
तेरी नाजुकाना कलाईयां है.
यह लेती मेरी बलाइयां है
मेरी बलाइयां ही नहीं.
इश्क़ पर चढ़ाती प्रेम की रंगिनीया है.
जरा संभल मंजर मेरे इश्क़ के.
यही ख्याल मेरे इश़्क के.
अवधेश कुमार राय?
धनबाद “झारखंड”
02/02/18
तेरी नाजुकाना कलाईयां है.
यह लेती मेरी बलाइयां है
मेरी बलाइयां ही नहीं.
इश्क़ पर चढ़ाती प्रेम की रंगिनीया है.
जरा संभल मंजर मेरे इश्क़ के.
यही ख्याल मेरे इश़्क के.
अवधेश कुमार राय?
धनबाद “झारखंड”
02/02/18