कुण्डलिया- पैकेज
आज पैकेज बन गया शादी का आधार,
सही नही पैकेज तो तके न कोई यार।
तके न कोई यार फेरे सात हों मुश्किल,
लडके फिर क्या करें उमर जाती जाये ढल।
कह अशोक कविराय गिरे कुवारापन गाज,
अजब चलन ये चला देखते पैकेज आज।।
–अशोक छाबडा
आज पैकेज बन गया शादी का आधार,
सही नही पैकेज तो तके न कोई यार।
तके न कोई यार फेरे सात हों मुश्किल,
लडके फिर क्या करें उमर जाती जाये ढल।
कह अशोक कविराय गिरे कुवारापन गाज,
अजब चलन ये चला देखते पैकेज आज।।
–अशोक छाबडा