Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Jun 2024 · 1 min read

कुण्डलियां छंद-विधान-विजय कुमार पाण्डेय ‘प्यासा’

दोहा-रोले संग दो, कुछ विधियां लें साथ।
कुण्डलिया तैयार हो, ‘प्यासा’ हाथों हाथ।।

‘प्यासा’ हाथों हाथ , अंतिम चरण दोहे का।
ले करें निर्माण, पहले चरण रोले का।।

दोहा पहला चरण, अंत रोले के होले ।
कुण्डलिया तैयार, मिलाकर दोहा-रोले ।।
-‘प्यासा’
विजय कुमार पाण्डेय ‘प्यासा’
करपलिया,
मुस्तफाबाद,
सिवान (विहार)

97 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
बस जाओ मेरे मन में , स्वामी होकर हे गिरधारी
बस जाओ मेरे मन में , स्वामी होकर हे गिरधारी
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
कहानी
कहानी
Rajender Kumar Miraaj
आप और हम जीवन के सच... मांँ और पत्नी
आप और हम जीवन के सच... मांँ और पत्नी
Neeraj Agarwal
जून की कड़ी दुपहरी
जून की कड़ी दुपहरी
Awadhesh Singh
4616.*पूर्णिका*
4616.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
..
..
*प्रणय*
बेकाबू हैं धड़कनें,
बेकाबू हैं धड़कनें,
sushil sarna
रक्षाबंधन
रक्षाबंधन
Santosh kumar Miri
आओ प्यारे कान्हा हिल मिल सब खेलें होली,
आओ प्यारे कान्हा हिल मिल सब खेलें होली,
सत्य कुमार प्रेमी
अगर तलाश करूं कोई मिल जायेगा,
अगर तलाश करूं कोई मिल जायेगा,
शेखर सिंह
तेरे चेहरे को जब भी देखा है मुझको एक राज़ नज़र आया है।
तेरे चेहरे को जब भी देखा है मुझको एक राज़ नज़र आया है।
Phool gufran
समझ
समझ
Dinesh Kumar Gangwar
रानी लक्ष्मीबाई का मेरे स्वप्न में आकर मुझे राष्ट्र सेवा के लिए प्रेरित करना ......(निबंध) सर्वाधिकार सुरक्षित
रानी लक्ष्मीबाई का मेरे स्वप्न में आकर मुझे राष्ट्र सेवा के लिए प्रेरित करना ......(निबंध) सर्वाधिकार सुरक्षित
पंकज कुमार शर्मा 'प्रखर'
माँ
माँ
Dr.Pratibha Prakash
*.....उन्मुक्त जीवन......
*.....उन्मुक्त जीवन......
Naushaba Suriya
वासुदेव
वासुदेव
Bodhisatva kastooriya
तू रहोगी मेरे घर में मेरे साथ हमें पता है,
तू रहोगी मेरे घर में मेरे साथ हमें पता है,
Dr. Man Mohan Krishna
"इच्छाओं की उड़ान"
Dr. Kishan tandon kranti
एक अलग ही दुनिया
एक अलग ही दुनिया
Sangeeta Beniwal
*रामपुर रियासत के अंतिम राज-ज्योतिषी एवं मुख्य पुरोहित पंडित
*रामपुर रियासत के अंतिम राज-ज्योतिषी एवं मुख्य पुरोहित पंडित
Ravi Prakash
लब पे आती है दुआ बन के तमन्ना मेरी
लब पे आती है दुआ बन के तमन्ना मेरी
Dr Tabassum Jahan
ज़रूरत नहीं
ज़रूरत नहीं
Dr fauzia Naseem shad
तुम मुझे यूँ ही याद रखना
तुम मुझे यूँ ही याद रखना
Bhupendra Rawat
जुगनू का कमाल है रातों को रोशन करना,
जुगनू का कमाल है रातों को रोशन करना,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
बिन पैसों नहीं कुछ भी, यहाँ कद्र इंसान की
बिन पैसों नहीं कुछ भी, यहाँ कद्र इंसान की
gurudeenverma198
Game of the time
Game of the time
Mangilal 713
कल तलक
कल तलक
Santosh Shrivastava
मुग़ल काल में सनातन संस्कृति,मिटाने का प्रयास हुआ
मुग़ल काल में सनातन संस्कृति,मिटाने का प्रयास हुआ
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
बोलो राम राम
बोलो राम राम
नेताम आर सी
देश का बेटा रतन टाटा तुम सा अपना फर्ज यहां कौन निभाता।
देश का बेटा रतन टाटा तुम सा अपना फर्ज यहां कौन निभाता।
Rj Anand Prajapati
Loading...