कुण्डलियां छंद-विधान-विजय कुमार पाण्डेय ‘प्यासा’
दोहा-रोले संग दो, कुछ विधियां लें साथ।
कुण्डलिया तैयार हो, ‘प्यासा’ हाथों हाथ।।
‘प्यासा’ हाथों हाथ , अंतिम चरण दोहे का।
ले करें निर्माण, पहले चरण रोले का।।
दोहा पहला चरण, अंत रोले के होले ।
कुण्डलिया तैयार, मिलाकर दोहा-रोले ।।
-‘प्यासा’
विजय कुमार पाण्डेय ‘प्यासा’
करपलिया,
मुस्तफाबाद,
सिवान (विहार)