Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Jun 2024 · 1 min read

कुछ हम लड़के भी है जो सिर्फ या तो मां के प्रेम के अधीर इतने

कुछ हम लड़के भी है जो सिर्फ या तो मां के प्रेम के अधीर इतने होते है की वही सही और।साथ नजर आता है शादी के बाद या फिर हम लड़के बीबी के प्रेम के इतने अधिक वाचाल और करतूत कर होने लगते है कि लड़के उन रिश्तों को इग्नोर कर देते और रिश्ते में व्यवहारिक कड़वाहट ले आते है जिनका संचरण बीबी के आने के पहले के कई लंबे समय का है
पता नही हम लड़के प्रेम को सत्राव में इतने मर्क , मूर्ख और अधीर कैसे होने लगते है की रिश्ते और परिवार ला संतुलन एक तरफा करते चले जाते है किसी एक के प्रेम( मां या बीवी)

भाई परिवार देखना है सिर्फ एक लोता प्रेम का रिश्ता नही।
थोड़ा एक तरफा प्रेम के स्त्राव को कम करे गृहस्ती के साथ साथ बाकी परिवार के रिश्तों को उनका सम्मान,प्रेम भी दे।

वरना ये ना हो लड़के का एक तरफा प्रेम उसके काफी रिश्तों वो सघन दूरी बना देगा जिसको लड़का कभी सहेज और समेत नही पाता है।

सेल मूर्ख लड़के यही कर रहे है प्रेम के एक तरफा स्त्राव खुद के परिवार के साथ खुद के पूर्ण और पुराने रिश्ते बिगाड़ है।

ना प्रेम अंधा है बस साले प्रेम में पड़ने वाले अंधे के साथ साथ मूर्ख भी होते चले जाते है बुद्धि विवेक का नाश कर लेते है

59 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
आजा माँ आजा
आजा माँ आजा
Basant Bhagawan Roy
मीत की प्रतीक्षा -
मीत की प्रतीक्षा -
Seema Garg
"" *स्वस्थ शरीर है पावन धाम* ""
सुनीलानंद महंत
पधारो मेरे प्रदेश तुम, मेरे राजस्थान में
पधारो मेरे प्रदेश तुम, मेरे राजस्थान में
gurudeenverma198
रहते हैं बूढ़े जहाँ ,घर के शिखर-समान(कुंडलिया)
रहते हैं बूढ़े जहाँ ,घर के शिखर-समान(कुंडलिया)
Ravi Prakash
दिल तड़प उठता है, जब भी तेरी याद आती है,😥
दिल तड़प उठता है, जब भी तेरी याद आती है,😥
SPK Sachin Lodhi
देश में क्या हो रहा है?
देश में क्या हो रहा है?
Acharya Rama Nand Mandal
अभ्यर्थी हूँ
अभ्यर्थी हूँ
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
इश्क दर्द से हो गई है, वफ़ा की कोशिश जारी है,
इश्क दर्द से हो गई है, वफ़ा की कोशिश जारी है,
Pramila sultan
मात भारती
मात भारती
Dr.Pratibha Prakash
बाली उमर की शोखियाँ,
बाली उमर की शोखियाँ,
sushil sarna
20
20
Ashwini sharma
रमेशराज की वर्णिक एवं लघु छंदों में 16 तेवरियाँ
रमेशराज की वर्णिक एवं लघु छंदों में 16 तेवरियाँ
कवि रमेशराज
"कष्ट"
नेताम आर सी
चंद्रयान-थ्री
चंद्रयान-थ्री
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
" हिम्मत "
Dr. Kishan tandon kranti
3142.*पूर्णिका*
3142.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
नारियां
नारियां
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
देख कर
देख कर
Santosh Shrivastava
संघर्ष
संघर्ष
विजय कुमार अग्रवाल
लेकर तुम्हारी तस्वीर साथ चलता हूँ
लेकर तुम्हारी तस्वीर साथ चलता हूँ
VINOD CHAUHAN
गुलाब के काॅंटे
गुलाब के काॅंटे
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
तुम्हारे पास ज्यादा समय नही हैं, मौत तुम्हारे साये के रूप मे
तुम्हारे पास ज्यादा समय नही हैं, मौत तुम्हारे साये के रूप मे
पूर्वार्थ
एक ख्वाब थे तुम,
एक ख्वाब थे तुम,
लक्ष्मी सिंह
कोई गुरबत
कोई गुरबत
Dr fauzia Naseem shad
जंगल ही ना रहे तो फिर सोचो हम क्या हो जाएंगे
जंगल ही ना रहे तो फिर सोचो हम क्या हो जाएंगे
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
```
```
goutam shaw
मुक्तक
मुक्तक
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
तुम्हारा ज़वाब सुनने में कितना भी वक्त लगे,
तुम्हारा ज़वाब सुनने में कितना भी वक्त लगे,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
यह कलियुग है यहां हम जो भी करते हैं
यह कलियुग है यहां हम जो भी करते हैं
Sonam Puneet Dubey
Loading...