*कुछ सुन्दर-सा कूड़ा होगा (बाल कविता/हास्य कविता)*
कुछ सुन्दर-सा कूड़ा होगा (बाल कविता/हास्य कविता)
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कहा फिल्म-निर्माता ने यह
” झाड़ू तुम्हें लगाना ”
हीरोहन बोली घबराकर
” क्या है मुझे भगाना ?
कभी जन्म में मैंने झाड़ू
पकड़ी नहीं लगाई
मुझे पता क्या जाती झाड़ू
है किस तरह घुमाई
निर्माता बोला
“चिन्ता मत करो, नहीं घबराओ
कूड़ा सुन्दर-सा होगा
उस पर बस नजर गड़ाओ
झाड़ू लेकर एक अदा
बस तुमको दिखलानी है
डेढ़ मिनट की मैडम जी
बस सिर्फ परेशानी है ”
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रचयिता: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर उत्तर प्रदेश
मोबाइल 99976 15451