Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Jul 2024 · 1 min read

कुछ लोग कहते है की चलो मामला रफा दफ़ा हुआ।

कुछ लोग कहते है की चलो मामला रफा दफ़ा हुआ।
भूल जाते हैं वो की इस चक्कर मे एक आदमी रफा दफ़ा हुआ।
अब वह उठ नही पायेगा अपने जमीर के साथ।
और तुम खुश हो की चलो तुम्हे तो नफ़ा हुआ।।

35 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
जान लो पहचान लो
जान लो पहचान लो
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
वो भारत की अनपढ़ पीढ़ी
वो भारत की अनपढ़ पीढ़ी
Rituraj shivem verma
*संतान सप्तमी*
*संतान सप्तमी*
Shashi kala vyas
बड़े अगर कोई बात कहें तो उसे
बड़े अगर कोई बात कहें तो उसे
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
“मैं ठहरा हिन्दी माध्यम सा सरल ,
“मैं ठहरा हिन्दी माध्यम सा सरल ,
Neeraj kumar Soni
ज़ुल्फो उड़ी तो काली घटा कह दिया हमने।
ज़ुल्फो उड़ी तो काली घटा कह दिया हमने।
Phool gufran
कद्र माँ-बाप की जिसके आशियाने में नहीं
कद्र माँ-बाप की जिसके आशियाने में नहीं
VINOD CHAUHAN
बाखुदा ये जो अदाकारी है
बाखुदा ये जो अदाकारी है
Shweta Soni
वज़ह सिर्फ तूम
वज़ह सिर्फ तूम
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
24/247. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
24/247. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
चल‌ मनवा चलें....!!!
चल‌ मनवा चलें....!!!
Kanchan Khanna
हिन्दी दोहा-पत्नी
हिन्दी दोहा-पत्नी
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
■ श्री राधाष्टमी पर्व की मंगलकामनाएं।।
■ श्री राधाष्टमी पर्व की मंगलकामनाएं।।
*प्रणय प्रभात*
जीया ख़ान ख़ान
जीया ख़ान ख़ान
goutam shaw
गुरु मेरा मान अभिमान है
गुरु मेरा मान अभिमान है
Harminder Kaur
*स्वतंत्रता सेनानी स्वर्गीय श्री राम कुमार बजाज*
*स्वतंत्रता सेनानी स्वर्गीय श्री राम कुमार बजाज*
Ravi Prakash
Acknowedged with Best Author Award 2024 by Manda Publishers
Acknowedged with Best Author Award 2024 by Manda Publishers
Shwet Kumar Sinha
रंग   तिरंगे  के  सभी , देते हैं   आवाज ।
रंग तिरंगे के सभी , देते हैं आवाज ।
sushil sarna
छिपी हो जिसमें सजग संवेदना।
छिपी हो जिसमें सजग संवेदना।
Pt. Brajesh Kumar Nayak
रिसाय के उमर ह , मनाए के जनम तक होना चाहि ।
रिसाय के उमर ह , मनाए के जनम तक होना चाहि ।
Lakhan Yadav
🌳वृक्ष की संवेदना🌳
🌳वृक्ष की संवेदना🌳
Dr. Vaishali Verma
उमंग जगाना होगा
उमंग जगाना होगा
Pratibha Pandey
जी करता है
जी करता है
DR ARUN KUMAR SHASTRI
मैं उसको जब पीने लगता मेरे गम वो पी जाती है
मैं उसको जब पीने लगता मेरे गम वो पी जाती है
कवि दीपक बवेजा
पत्थर (कविता)
पत्थर (कविता)
Pankaj Bindas
अब मेरे दिन के गुजारे भी नहीं होते हैं साकी,
अब मेरे दिन के गुजारे भी नहीं होते हैं साकी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
जो शख़्स तुम्हारे गिरने/झुकने का इंतजार करे, By God उसके लिए
जो शख़्स तुम्हारे गिरने/झुकने का इंतजार करे, By God उसके लिए
अंकित आजाद गुप्ता
**** फागुन के दिन आ गईल ****
**** फागुन के दिन आ गईल ****
Chunnu Lal Gupta
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Neelam Sharma
"दरी दादी"
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...