Prapancha mahila mathru dinotsavam
🙏*गुरु चरणों की धूल*🙏
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
23/71.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
सब को जीनी पड़ेगी ये जिन्दगी
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
नमामि राम की नगरी, नमामि राम की महिमा।
वर्तमान के युवा शिक्षा में उतनी रुचि नहीं ले रहे जितनी वो री
सात समंदर से ज़्यादा स्याही जो ख़ुद में समाए हो,
यह कहते हुए मुझको गर्व होता है
#justareminderekabodhbalak
*बोलो चुकता हो सका , माँ के ऋण से कौन (कुंडलिया)*
यूं उन लोगों ने न जाने क्या क्या कहानी बनाई,
सफलता का महत्व समझाने को असफलता छलती।