कुछ भी नहीं हमको फायदा, तुमको अगर हम पा भी ले
शीर्षक- कुछ भी नहीं हमको फायदा, तुमको अगर हम पा भी ले
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कुछ भी नहीं हमको फायदा, तुमको अगर हम पा भी ले।
होगी हमारी ही बर्बादी, तुमको अगर हम पा भी ले।
कुछ भी नहीं हमको फायदा——————।।
वैसे हमारी मोहब्बत, तुमसे से है एक तरफा ही।
होंगे नहीं दिल से खुश तुम, तुमको अगर हम पा भी ले।।
कुछ भी नहीं हमको फायदा——————-।।
तोड़ना होगा हमको, अपने अजीजों का दिल।
होंगे जहाँ हम बेकदर, तुमको अगर हम पा भी ले।।
कुछ भी नहीं हमको फायदा——————–।।
तेरा यार तो मेरा, करना चाहता है खून।
कत्ल तेरे हाथों हम होंगे, तुमको अगर हम पा भी ले।।
कुछ भी नहीं हमको फायदा——————-।।
इसका सबूत क्या है, कि दामन तेरा पवित्र है।
शौक तेरे तो जुदा होंगे, तुमको अगर हम पा भी ले।।
कुछ भी नहीं हमको फायदा——————-।।
सिर्फ इश्क ही नहीं है, जिंदगी की जरूरत।
मंजिल मेरी नहीं मिलेगी, तुमको अगर हम पा भी ले।।
कुछ भी नहीं हमको फायदा——————।।
शिक्षक एवं साहित्यकार
गुरुदीन वर्मा उर्फ़ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)