कुछ भी नहीं मुफ्त होता है
हवा के सिवा दुनिया में, कुछ भी नहीं मुफ्त होता है।
हर चीज और हर काम का, सच में यहाँ दाम होता है।।
हवा के सिवा दुनिया में ——————————।।
यह शिक्षा, यह चिकित्सा, जिसकी है हमको दरकार।
यह पानी, ये सब सुविधा, नहीं देती मुफ्त में सरकार।।
सरकार की हर सुविधा का, एक ऋण हमपे होता है।
हर चीज और हर काम का, सच में यहाँ दाम होता है।।
हवा के सिवा दुनिया में —————————–।।
ये सारे रिश्तें और प्यार, निःस्वार्थ कभी भी होते नहीं।
उठने वाले ये हाथ मदद में, बिना अहसान के होते नहीं।।
बिना दाम और कर्ज चुकाये, मेहरबान नहीं कोई होता है।
हर चीज और हर काम का, सच में यहाँ दाम होता है।।
हवा के सिवा दुनिया में ——————————।।
नाम- प्रसिद्धि पाने के लिए, बहुत कुछ करना पड़ता है।
किस-किसको सलाम, किस- किसको मनाना पड़ता है।।
मजलिस- महफ़िल-बाज़ार भी, बेनूर बिना दाम होता है।
हर चीज और हर काम का, सच में यहाँ दाम होता है।।
हवा के सिवा दुनिया में ——————————।।
शिक्षक एवं साहित्यकार
गुरुदीन वर्मा उर्फ़ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)