*कुछ बातों को अनकहे की रहने दो*
कुछ अनकहे ख्वाब रहने दो
आँखों की बात आँखों को कहने दो
राज़ खुल जायेंगे मुहब्बत के सारे
कुछ बातों को अनकहे ही रहने दो ।।
?मधुप बैरागी
कुछ अनकहे ख्वाब रहने दो
आँखों की बात आँखों को कहने दो
राज़ खुल जायेंगे मुहब्बत के सारे
कुछ बातों को अनकहे ही रहने दो ।।
?मधुप बैरागी