Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Nov 2023 · 1 min read

कुछ बिखरे ख्यालों का मजमा

कुछ बिखरे ख्यालों का मजमा

बुलंदियों के आसमान पर चमक रहा है बन कर सितारा,
चाहे कितनी भी कोशिश कर ले गर्दिश ज़माने की,
चमकता ही रहेगा;आफ़ताब से कम नहीं हिन्दुस्तां हमारा।
-x-x-x-

पता नहीं क्यों दुनियाँ के सियाने देश ये समझ नहीं पाते हैं
कि साँपों को दूध पिलाने वालों को अक्सर सांप ही डस जातें हैं।
-x-x-x-

कभी कभी इंसान ऊपरवाले को भी मात दे देता है ,
वो नहीं बदल सकता इतिहास,इंसान बदल देता है।
-x-x-x-

ख़वातीन की बहबूदी होने वाली है अब बे-मिसाल,
ज़रा हौसला तो रखिये हज़रात सात-आठ साल।
-x-x-x-

कारीगरी उनके लफ़्ज़ों की क्या कहिये जनाब,
बदहाली को भी खुशहाली का जामा पहनाते हैं।
हमको मालूम है जन्नत की हक़ीक़त,
फिर भी वो हक़ीक़त को जन्नत बताते हैं।
-x-x-x-

कोई धर्म के लिये क्यों लहू बहाये !
जरुरी है हर शख्स सोचे,समझे और ये जान पाये,
कि वो धर्म ही नहीं है जो हमें इंसान न बनाये।
-x-x-x-

डॉ हरविंदर सिंह बक्शी
24-9-2023

Language: Hindi
218 Views

You may also like these posts

जीवन पथ पर चलते जाना
जीवन पथ पर चलते जाना
नूरफातिमा खातून नूरी
मतदान
मतदान
Shutisha Rajput
यदि आपके पास नकारात्मक प्रकृति और प्रवृत्ति के लोग हैं तो उन
यदि आपके पास नकारात्मक प्रकृति और प्रवृत्ति के लोग हैं तो उन
Abhishek Kumar Singh
अनेकता में एकता
अनेकता में एकता
Sunil Maheshwari
"जो शब्द से जुड़ा है, वो भाव से स्वजन है।
*प्रणय*
जिंदगी में आप जो शौक पालते है उसी प्रतिभा से आप जीवन में इतन
जिंदगी में आप जो शौक पालते है उसी प्रतिभा से आप जीवन में इतन
Rj Anand Prajapati
नसीबों का मुकद्दर पर अब कोई राज़ तो होगा ।
नसीबों का मुकद्दर पर अब कोई राज़ तो होगा ।
Phool gufran
संवेदना
संवेदना
Kanchan verma
तस्सुवर की दुनिया
तस्सुवर की दुनिया
Surinder blackpen
जातीय गणना।
जातीय गणना।
Acharya Rama Nand Mandal
महाराणा प्रताप
महाराणा प्रताप
गौ नंदिनी डॉ विमला महरिया मौज
बिखरा
बिखरा
Dr.Pratibha Prakash
मेरी कविता
मेरी कविता
Raju Gajbhiye
छप्पय छंद विधान सउदाहरण
छप्पय छंद विधान सउदाहरण
Subhash Singhai
रिश्ते
रिश्ते
पूर्वार्थ
पहला इश्क
पहला इश्क
Dipak Kumar "Girja"
ఓ యువత మేలుకో..
ఓ యువత మేలుకో..
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
*सत्पथ पर चलना सिखलाते, अग्रसेन भगवान (गीत)*
*सत्पथ पर चलना सिखलाते, अग्रसेन भगवान (गीत)*
Ravi Prakash
गम के आगे ही खुशी है ये खुशी कहने लगी।
गम के आगे ही खुशी है ये खुशी कहने लगी।
सत्य कुमार प्रेमी
कब से आस लगाए बैठे हैं तेरे आने की
कब से आस लगाए बैठे हैं तेरे आने की
Jyoti Roshni
कुंडलिया
कुंडलिया
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
ज़िदादिली
ज़िदादिली
Shyam Sundar Subramanian
छठी पर्व
छठी पर्व
डॉ नवीन जोशी 'नवल'
हास्यगीत - ओनु लुलुआ के
हास्यगीत - ओनु लुलुआ के
सिद्धार्थ गोरखपुरी
दोहा
दोहा
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
4675.*पूर्णिका*
4675.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
विनती
विनती
Mahesh Jain 'Jyoti'
अपने वही तराने
अपने वही तराने
Suryakant Dwivedi
पहला प्यार नहीं बदला...!!
पहला प्यार नहीं बदला...!!
Ravi Betulwala
कौन किसी को बेवजह ,
कौन किसी को बेवजह ,
sushil sarna
Loading...