कुछ बातें
मैं तो एक परिंदा हूं तेरे आंगन में जाना है।
तुझको पास बिठा कर के जीवन को दोहराना है।
कुछ बातें ऐसी हैं तुझको जो समझानी हैं,
बाहों में भर कर के तुझको, पूरी उम्र बितानी है।
कुछ कमियां है जो मुझ में वो तुझको मै बताऊंगा,
तेरी आंखों का ये पानी अपनी आंखों में लाऊंगा।।