Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 Sep 2023 · 1 min read

कुछ बातें मन में रहने दो।

कुछ बातें मन में रहने दो।
आंखों को भी कुछ कहने दो।
अधरों पर मुस्कान खिलाओ।
भावों में खुद को बहने दो।
~~~~~~~~~~~~~~~
-सुरेन्द्रपाल वैद्य

1 Like · 1 Comment · 365 Views
Books from surenderpal vaidya
View all

You may also like these posts

वो परिंदा, है कर रहा देखो
वो परिंदा, है कर रहा देखो
Shweta Soni
AE888 - Nhà cái nổi bật với Dịch Vụ Hỗ Trợ Khách Hàng Chuyên
AE888 - Nhà cái nổi bật với Dịch Vụ Hỗ Trợ Khách Hàng Chuyên
AE888
हम खुद में घूमते रहे बाहर न आ सके
हम खुद में घूमते रहे बाहर न आ सके
Dr Archana Gupta
नकली नोट
नकली नोट
जगदीश शर्मा सहज
किसी भी रिश्ते में प्रेम और सम्मान है तो लड़ाई हो के भी वो ....
किसी भी रिश्ते में प्रेम और सम्मान है तो लड़ाई हो के भी वो ....
seema sharma
अगर भटक जाओगे राहों से, मंज़िल न पा सकोगे,
अगर भटक जाओगे राहों से, मंज़िल न पा सकोगे,
पूर्वार्थ
जिन्दगी से प्यार करना।
जिन्दगी से प्यार करना।
लक्ष्मी सिंह
■ शुभ धन-तेरस।।
■ शुभ धन-तेरस।।
*प्रणय*
जीवन के लक्ष्य,
जीवन के लक्ष्य,
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
*कब किसको रोग लगे कोई, सबका भविष्य अनजाना है (राधेश्यामी छंद
*कब किसको रोग लगे कोई, सबका भविष्य अनजाना है (राधेश्यामी छंद
Ravi Prakash
हर कदम
हर कदम
surenderpal vaidya
आभासी संसार का,
आभासी संसार का,
sushil sarna
हिन्दी दोहा-विश्वास
हिन्दी दोहा-विश्वास
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
जात आदमी के
जात आदमी के
AJAY AMITABH SUMAN
" तय कर लो "
Dr. Kishan tandon kranti
Colourful fruit
Colourful fruit
Buddha Prakash
शीर्षक – रेल्वे फाटक
शीर्षक – रेल्वे फाटक
Sonam Puneet Dubey
अलविदा कह जाओगे जब दुनियां को...
अलविदा कह जाओगे जब दुनियां को...
Ajit Kumar "Karn"
प्राकृतिक जब ठहर जाती है।
प्राकृतिक जब ठहर जाती है।
Rj Anand Prajapati
23)”बसंत पंचमी दिवस”
23)”बसंत पंचमी दिवस”
Sapna Arora
मुद्दा मंदिर का
मुद्दा मंदिर का
जय लगन कुमार हैप्पी
झूठ का अंत
झूठ का अंत
Shyam Sundar Subramanian
वैज्ञानिक प्रबंधन की कहानी
वैज्ञानिक प्रबंधन की कहानी
विक्रम सिंह
उसे दुःख होगा
उसे दुःख होगा
Rajender Kumar Miraaj
"मैं" एहसास ऐ!
Harminder Kaur
#आश्चर्यजनक ! #किंतु, सत्य !
#आश्चर्यजनक ! #किंतु, सत्य !
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
जीवन का इतना
जीवन का इतना
Dr fauzia Naseem shad
खुश रहें, सकारात्मक रहें, जीवन की उन्नति के लिए रचनात्मक रहे
खुश रहें, सकारात्मक रहें, जीवन की उन्नति के लिए रचनात्मक रहे
PRADYUMNA AROTHIYA
यूं बातें भी ज़रा सी क्या बिगड़ गई,
यूं बातें भी ज़रा सी क्या बिगड़ गई,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
नारी है नारायणी
नारी है नारायणी
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
Loading...