कुछ बातें पुरानी
मैं कहूं कुछ बातें पुरानी।
बीते दशक के कुछ किस्से कहानी ।।
गुड्डे गुड़िया की शादी है जिसमें।
और है पापा की जेब से गिरे हुए सिक्के ।।
छोटी छोटी ज़िद की आँसुओं की है नदियां।
और साथ हैं वो घंटो भरी सिसकियां ।।
मैं कहूं कुछ बातें पुरानी।
बीते दशक के कुछ किस्से कहानी ।।
ना नींद का था दोपहर में कोई ठिकाना।
घर – घर खेलना और शोर मचाना ।।
आइसक्रीम की घंटी सुनकर दौड़ लगाना ।
ना मिलने पर वही धूल में लौट जाना ।।
कुछ ऐसा था वो बचपन का जमाना ।
लड़ना झगड़ना और दुबक कर रोना ।।
मैं कहूं कुछ बातें पुरानी ।
बीते दशक के कुछ किस्से कहानी ।।
हर वक्त बे वक्त तैयार रहते थे हम ।
दुनिया की झंझटो से तब अनजान थे हम ।।
ना किसी बात की फ़िक्र थी ना थी कोई जिम्मेदारी।
दिन भर मस्ती करना और करना अपनी ही मनमानी ।।
मैं कहूं कुछ बातें पुरानी ।
बीते दशक के कुछ किस्से कहानी ।।