Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Jun 2023 · 1 min read

कुछ नहीं है आज मेरे शब्दों के गुलदस्ते में, !!

कुछ नहीं है आज मेरे शब्दों के गुलदस्ते में, !!
कभी कभी मेरी खामोशियाँ भी पढ लिया करो.!!

ख़ामोशी बहुत कुछ कहती है कान लगाकर नहीं ,!!
दिल लगाकर सुनो…!!

अल्फ़ाज़ के कुछ तो कंकर फ़ेंको !!
यहाँ झील सी गहरी ख़ामोशी है !!

इश्क लिखना चाहा तो कलम भी टूट गयी…!!
ये कहकर अगर लिखने से इश्क मिलता तो …!!

आज इश्क से जुदा होकर कोई टूटता नही !!
कोई किसी से जुदा हो कर मरता नहीं …..!!

ये तो शौक है मेरा दर्द लफ्जो मे बयां करने का …!!
नादान लोग हमे युं ही शायर समझ लेते है. …!!

मीना सिंह राठौर
नोएडा उत्तर प्रदेश

1 Like · 223 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
"जय जवान जय किसान" - आर्टिस्ट (कुमार श्रवण)
Shravan singh
गवाह तिरंगा बोल रहा आसमान 🇮🇳
गवाह तिरंगा बोल रहा आसमान 🇮🇳
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
I find solace in silence, though it's accompanied by sadness
I find solace in silence, though it's accompanied by sadness
पूर्वार्थ
चंचल मन
चंचल मन
Dinesh Kumar Gangwar
बृद्धाश्रम विचार गलत नहीं है, यदि संस्कृति और वंश को विकसित
बृद्धाश्रम विचार गलत नहीं है, यदि संस्कृति और वंश को विकसित
Sanjay ' शून्य'
जिन्दगी की किताब में
जिन्दगी की किताब में
Mangilal 713
तेरा एहसास
तेरा एहसास
Dr fauzia Naseem shad
याचना
याचना
Suryakant Dwivedi
जिंदगी एक चादर है
जिंदगी एक चादर है
Ram Krishan Rastogi
क्या रावण अभी भी जिन्दा है
क्या रावण अभी भी जिन्दा है
Paras Nath Jha
तेरी सुंदरता पर कोई कविता लिखते हैं।
तेरी सुंदरता पर कोई कविता लिखते हैं।
Taj Mohammad
सम्बन्ध वो नहीं जो रिक्तता को भरते हैं, सम्बन्ध वो जो शून्यत
सम्बन्ध वो नहीं जो रिक्तता को भरते हैं, सम्बन्ध वो जो शून्यत
ललकार भारद्वाज
20)”“गणतंत्र दिवस”
20)”“गणतंत्र दिवस”
Sapna Arora
तहजीब राखिए !
तहजीब राखिए !
साहित्य गौरव
"प्यास"
Dr. Kishan tandon kranti
संदली सी सांझ में, ज़हन सफ़ेद-कागज़ के नाव बनाये।
संदली सी सांझ में, ज़हन सफ़ेद-कागज़ के नाव बनाये।
Manisha Manjari
तेरी कमी......
तेरी कमी......
Abhinay Krishna Prajapati-.-(kavyash)
*Treasure the Nature*
*Treasure the Nature*
Poonam Matia
3643.💐 *पूर्णिका* 💐
3643.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
"एहसानों के बोझ में कुछ यूं दबी है ज़िंदगी
गुमनाम 'बाबा'
नारी हो कमज़ोर नहीं
नारी हो कमज़ोर नहीं
Sonam Puneet Dubey
बस नज़र में रहा हूं दिल में उतर न पाया,
बस नज़र में रहा हूं दिल में उतर न पाया,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
गुरु और गुरू में अंतर
गुरु और गुरू में अंतर
Subhash Singhai
"रिश्तों में चतुराई"
Yogendra Chaturwedi
.......,,
.......,,
शेखर सिंह
जेसे दूसरों को खुशी बांटने से खुशी मिलती है
जेसे दूसरों को खुशी बांटने से खुशी मिलती है
shabina. Naaz
दिल टूटा तो हो गया, दिल ही दिल से दूर ।
दिल टूटा तो हो गया, दिल ही दिल से दूर ।
sushil sarna
इंसान की भूख कामनाएं बढ़ाती है।
इंसान की भूख कामनाएं बढ़ाती है।
Rj Anand Prajapati
..
..
*प्रणय प्रभात*
*शक्ति दो भवानी यह वीरता का भाव बढ़े (घनाक्षरी: सिंह विलोकित
*शक्ति दो भवानी यह वीरता का भाव बढ़े (घनाक्षरी: सिंह विलोकित
Ravi Prakash
Loading...