Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Jul 2024 · 1 min read

कुछ नहीं चाहिए

शीर्षक
( कुछ नहीं चाहिए )

नित ध्याऊं तुझे,
बस यही चाहिए
मातु ममता सिवा
कुछ नहीं चाहिए
तूं विचारों की जननी
मैं वंदन करूं
प्रति-पल मैं तेरा
अभिनंदन करूं
मेरे सत्कर्म से
शुचि मन हो मेरा
तेरे आशीष से
माथे चंदन करूं
शांति की मांग है
बस यही चाहिए
मातु समता सिवा
कुछ नहीं चाहिए
युक्ति हूं मांगता
निरुपायों को दे
सद्बुद्धि भरा दिल
दुआओं को दे
दीन – हीनो को सुस्ती
से मुक्ति मिले
गर्द हटाने की गति
इन हवाओं को दे
हों सबल तुच्छ भी
बस यही चाहिए
मातु क्षमता सिवा
कुछ नहीं चाहिए
अकिंचन रहा
बेसहारा सदा
करूं कैसे अदा
ये जो ऋण है लदा
सोचता हर घड़ी
दिन- प्रहर बेबसी
लगता है कभी
ये ना होंगे जुदा
दे बल विनीत को
बस यही चाहिए
‘रागी’ रमता सिवा
कुछ नहीं चाहिए

✍️ हस्ताक्षर ✍️
राधेश्याम ‘रागी’ जी
कुशीनगर उत्तर प्रदेश
Ⓜ️ : 9450984941

Language: Hindi
2 Likes · 2 Comments · 30 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
मुश्किल राहों पर भी, सफर को आसान बनाते हैं।
मुश्किल राहों पर भी, सफर को आसान बनाते हैं।
Neelam Sharma
चलते चलते थक गया, मन का एक फकीर।
चलते चलते थक गया, मन का एक फकीर।
Suryakant Dwivedi
अनजान बनकर मिले थे,
अनजान बनकर मिले थे,
Jay Dewangan
प्यार और विश्वास
प्यार और विश्वास
Harminder Kaur
GOD BLESS EVERYONE
GOD BLESS EVERYONE
Baldev Chauhan
शेखर सिंह
शेखर सिंह
शेखर सिंह
गुरुकुल शिक्षा पद्धति
गुरुकुल शिक्षा पद्धति
विजय कुमार अग्रवाल
अब बस हमारे दिल में
अब बस हमारे दिल में
Dr fauzia Naseem shad
मैं तूफान हूँ जिधर से गुजर जाऊँगा
मैं तूफान हूँ जिधर से गुजर जाऊँगा
VINOD CHAUHAN
गर तुम हो
गर तुम हो
मनमोहन लाल गुप्ता 'अंजुम'
"नारियल खोपड़ी से टकराए या खोपड़ी नारियल से, फूटना खोपड़ी को ही
*प्रणय प्रभात*
“ख़ामोश सा मेरे मन का शहर,
“ख़ामोश सा मेरे मन का शहर,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
भगवान बुद्ध
भगवान बुद्ध
Bodhisatva kastooriya
ताप जगत के झेलकर, मुरझा हृदय-प्रसून।
ताप जगत के झेलकर, मुरझा हृदय-प्रसून।
डॉ.सीमा अग्रवाल
🥀*✍अज्ञानी की*🥀
🥀*✍अज्ञानी की*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
आप अपनी DP खाली कर सकते हैं
आप अपनी DP खाली कर सकते हैं
ruby kumari
अधिकतर प्रेम-सम्बन्धों में परिचय, रिश्तों और उम्मीदों का बोझ
अधिकतर प्रेम-सम्बन्धों में परिचय, रिश्तों और उम्मीदों का बोझ
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
वक्त, बेवक्त मैं अक्सर तुम्हारे ख्यालों में रहता हूं
वक्त, बेवक्त मैं अक्सर तुम्हारे ख्यालों में रहता हूं
Nilesh Premyogi
छंटेगा तम सूरज निकलेगा
छंटेगा तम सूरज निकलेगा
Dheerja Sharma
STAY SINGLE
STAY SINGLE
Saransh Singh 'Priyam'
मेरे जज़्बात कुछ अलग हैं,
मेरे जज़्बात कुछ अलग हैं,
Sunil Maheshwari
!! सुविचार !!
!! सुविचार !!
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
Rainbow on my window!
Rainbow on my window!
Rachana
जीत से बातचीत
जीत से बातचीत
Sandeep Pande
*तपसी वेश सिया का पाया (कुछ चौपाइयॉं)*
*तपसी वेश सिया का पाया (कुछ चौपाइयॉं)*
Ravi Prakash
अपनी अपनी सोच
अपनी अपनी सोच
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
हिन्दू और तुर्क दोनों को, सीधे शब्दों में चेताया
हिन्दू और तुर्क दोनों को, सीधे शब्दों में चेताया
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
एक शाम उसके नाम
एक शाम उसके नाम
Neeraj Agarwal
कैसे कह दें?
कैसे कह दें?
Dr. Kishan tandon kranti
3566.💐 *पूर्णिका* 💐
3566.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
Loading...