कुछ तो बात होगी उसमे
मैं रोउ उससे पहले उसके आखों में आसूँ आ जाते हैं,
मैं हसुँ उससे पहले ही ओ मुस्कुरा देता हैं ,
मेरे चेहरे की सिकन से ओ मेरे जरुरतो को समझ लेता है
मैं कहूँ उससे पहले ही ओ मेरा भूख जान लेता है
मैं थक जाता हूँ , कन्धे पर उठा कर मेरी ओ थकावट दूर करता है । कुछ तो बात होगी उसमें, जो मेरे लिए ओ न थकता न रोता है