कुछ जुगनू उजाला कर गए।
वह आ करके महफिल में जब नजरों से इशारा कर गए।।
गमों के अंधेरों में खुशियों के कुछ जुगनू उजाला कर गए।।
✍️✍️ ताज मोहम्मद ✍️✍️
वह आ करके महफिल में जब नजरों से इशारा कर गए।।
गमों के अंधेरों में खुशियों के कुछ जुगनू उजाला कर गए।।
✍️✍️ ताज मोहम्मद ✍️✍️