कुछ खास
प्यार बिखेरें जगत में , प्रतिदिन लें संकल्प ।
अमन चैन के वास्ते , दूजा नहीं विकल्प।।01
नारी तू नारायणी , थामे जग पतवार ।
अगणित रूपो में सदा ,देती सबको प्यार।। 02
माँ ,बेटी ,पत्नी ,बहू , और बहन का प्यार ।
लक्ष्मी सम नारी सदा , महकाये परिवार ।। 03
हक में ही लिखना सदा , करना नहीं सवाल ।
लोकतंत्र मृतप्राय है , होगा बड़ा बबाल।।04
आलोकित कर हृदय को ,छोड़ कपट जंजाल ।
जीवन में सत्कर्म से ,छूट जाये भव जाल।। 05
सतीश पाण्डेय