कुछ खत मोहब्बत के
कुछ खत मोहब्बत के
लिखे हमने उनके नाम
लिखा कागज पे
और कलम ने दी उनको सलाम
कुछ खत मोहब्बत के
लिखे हमने उनके नाम
वो खत ही थे उनके
जो दे जाते थे उनकी खैरियत का पैगाम
मिल जाता था सुकून दिल को
जब भी मिलता था उनका ये पैगाम
कुछ खत मोहब्बत के
लिखे हमने उनके नाम
आते जाते खत उनके
मिटा गये दरमियाँ दूरियां
ये प्यार भरे
उनके शब्दो ही कमाल था
कुछ खत मोहब्बत के
लिखे हमने उनके नाम
लेखक
धनराज खत्री “लोरमी”