– कुछ खट्टे कुछ मीठे रिश्ते –
– कुछ खट्टे कुछ मीठे रिश्ते –
कुछ खट्टे कुछ मीठे होते है,
अल्फाजो से बयां करते है,
कोई साथ देता है कोई साथ छोड़ देता है,
कोई नही होता है अपने आपमें परिपूर्ण ,
सबका अपना अधुरा ख्याव होता है,
निभाते नही है कोई रिश्ता इस जमाने में ,
कुछ खट्टे कुछ मीठे रिश्तों की सौगात होती है,
✍️ भरत गहलोत
जालोर राजस्थान