Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Jun 2020 · 1 min read

कुछ की मोहब्बत ने…

? #सुप्रभात ?
एक अच्छे इंसान बनकर रहो, नफ़रत तुम्हें जीने नहीं देगी, दिल ही दिल में घुटन पैदा करती है
मुहब्बत से से पेश आओगे तो बहुत ऊँचा मक़ाम पाओगे…?

“कुछ की मोहब्बतों ने बचा ली है जिंदगी वर्ना,
लोगों की नफ़रतों ने यहां जीने किसे दिया है ।।”

#हनीफ़_शिकोहाबादी✍️

Language: Hindi
Tag: शेर
5 Likes · 225 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
जब मैंने एक तिरंगा खरीदा
जब मैंने एक तिरंगा खरीदा
SURYA PRAKASH SHARMA
धूल के फूल
धूल के फूल
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
बहुत गुमाँ है समुंदर को अपनी नमकीन जुबाँ का..!
बहुत गुमाँ है समुंदर को अपनी नमकीन जुबाँ का..!
'अशांत' शेखर
निजी कॉलेज/ विश्वविद्यालय
निजी कॉलेज/ विश्वविद्यालय
Sanjay ' शून्य'
यात्रा ब्लॉग
यात्रा ब्लॉग
Mukesh Kumar Rishi Verma
तेरा मेरा.....एक मोह
तेरा मेरा.....एक मोह
Neeraj Agarwal
25-बढ़ रही है रोज़ महँगाई किसे आवाज़ दूँ
25-बढ़ रही है रोज़ महँगाई किसे आवाज़ दूँ
Ajay Kumar Vimal
संपूर्ण राममय हुआ देश मन हर्षित भाव विभोर हुआ।
संपूर्ण राममय हुआ देश मन हर्षित भाव विभोर हुआ।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
■ वक़्त का हर सबक़ एक सौगात।👍
■ वक़्त का हर सबक़ एक सौगात।👍
*Author प्रणय प्रभात*
*कार्यक्रमों में श्रोता का महत्व【हास्य व्यंग्य】*
*कार्यक्रमों में श्रोता का महत्व【हास्य व्यंग्य】*
Ravi Prakash
"गिरना जरूरी है"
Dr. Kishan tandon kranti
दोहा त्रयी. . . सन्तान
दोहा त्रयी. . . सन्तान
sushil sarna
किभी भी, किसी भी रूप में, किसी भी वजह से,
किभी भी, किसी भी रूप में, किसी भी वजह से,
शोभा कुमारी
* हो जाता ओझल *
* हो जाता ओझल *
surenderpal vaidya
वक़्त की फ़ितरत को
वक़्त की फ़ितरत को
Dr fauzia Naseem shad
ज़माना
ज़माना
अखिलेश 'अखिल'
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
पतंग
पतंग
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
मुक्तक
मुक्तक
प्रीतम श्रावस्तवी
💐प्रेम कौतुक-409💐
💐प्रेम कौतुक-409💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
आज़ाद पैदा हुआ आज़ाद था और आज भी आजाद है।मौत के घाट उतार कर
आज़ाद पैदा हुआ आज़ाद था और आज भी आजाद है।मौत के घाट उतार कर
Rj Anand Prajapati
मोदी जी ; देश के प्रति समर्पित
मोदी जी ; देश के प्रति समर्पित
कवि अनिल कुमार पँचोली
दु:ख का रोना मत रोना कभी किसी के सामने क्योंकि लोग अफसोस नही
दु:ख का रोना मत रोना कभी किसी के सामने क्योंकि लोग अफसोस नही
Ranjeet kumar patre
तोड़ी कच्ची आमियाँ, चटनी लई बनाय
तोड़ी कच्ची आमियाँ, चटनी लई बनाय
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
शाश्वत सत्य
शाश्वत सत्य
Dr.Pratibha Prakash
जिंदगी, क्या है?
जिंदगी, क्या है?
bhandari lokesh
بدل گیا انسان
بدل گیا انسان
Ahtesham Ahmad
24/237. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
24/237. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
नहीं देखा....🖤
नहीं देखा....🖤
Srishty Bansal
राजा जनक के समाजवाद।
राजा जनक के समाजवाद।
Acharya Rama Nand Mandal
Loading...