कुछ असली कुछ नकली
अस्पतालों से ज्यादा बीमार बाहर हैं,
कुछ असली कुछ नकली।
जेलों से अधिक अपराधी बाहर हैं,
कुछ असली कुछ नकली।
परिवारों से अधिक बाप बाहर हैं,
कुछ असली कुछ नकली।
घरों से ज्यादा भाई बाहर हैं,
सब आवारा सब नकली।।
दफ्तरों से ज्यादा दफ्तरी बाहर हैं,
कुछ असली कुछ नकली।
पार्लियामेंट से ज्यादा नेता बाहर है,
कुछ असली कुछ नकली।
लोकतंत्र में समस्याओं से ज्यादा तंत्र है,
कुछ असली कुछ नकली।
एक ईश के लिए कई मंत्र है,
कुछ असली कुछ नकली।
असल की दुनिया में सब असल है,
कुछ असली कुछ नकली।
मनुष्य से बाहर भी एक मनुष्य है,
सब नकली सबकुछ नकली।।