कुछ मेरी सोच….
(1) ????
जिम्मेदारियाँ सम्माहलने से
जो हमें तजुर्बा हासिल होता है,
वही हमें समझदार बनाता है।
(2) ????
कुछ पाने के लिए हर दिन
हमें खुद में सुधार लाना होता है।
‘नकारात्मक’ जोन से निकलकर खुद को
‘सकारात्मक’ जोन में ले जाना होता है।
????—लक्ष्मी सिंह