Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Aug 2024 · 1 min read

कुंडलिया

कुंडलिया

मानव तन में भेड़िए, घूम रहे हैं आज।
इनको ही राक्षस कहें, समझो इनका राज।
समझो इनका राज, दण्ड हो इनको भारी।
फांसी पर दो‌ टांग, सभ्यता इनसे हारी।
करे घिनौना काम, इन्हें कहते हैं दानव।
ऐसे जालिम लोग, नहीं कहलाते मानव।।

डाॅ सरला सिंह “स्निग्धा”
दिल्ली

44 Views

You may also like these posts

आंखो में है नींद पर सोया नही जाता
आंखो में है नींद पर सोया नही जाता
Ram Krishan Rastogi
टूटे तारे
टूटे तारे
इशरत हिदायत ख़ान
आ जाये मधुमास प्रिय
आ जाये मधुमास प्रिय
Satish Srijan
अपनी हीं क़ैद में हूँ
अपनी हीं क़ैद में हूँ
Shweta Soni
तुझे लोग नहीं जीने देंगे,
तुझे लोग नहीं जीने देंगे,
Manju sagar
शाख़ ए गुल छेड़ कर तुम, चल दिए हो फिर कहां  ,
शाख़ ए गुल छेड़ कर तुम, चल दिए हो फिर कहां ,
Neelofar Khan
मैं दिन-ब-दिन घटती जा रही हूँ
मैं दिन-ब-दिन घटती जा रही हूँ
Kirtika Namdev
प्रेम
प्रेम
Acharya Rama Nand Mandal
हमारी भूले
हमारी भूले
C S Santoshi
प्रेम कहाँ है?
प्रेम कहाँ है?
आशा शैली
जय माता दी ।
जय माता दी ।
Anil Mishra Prahari
*भिन्नात्मक उत्कर्ष*
*भिन्नात्मक उत्कर्ष*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
किसी ने कहा- आरे वहां क्या बात है! लड़की हो तो ऐसी, दिल जीत
किसी ने कहा- आरे वहां क्या बात है! लड़की हो तो ऐसी, दिल जीत
जय लगन कुमार हैप्पी
घृणा
घृणा
Sudhir srivastava
मेरी कल्पना पटल में
मेरी कल्पना पटल में
शिव प्रताप लोधी
काल  अटल संसार में,
काल अटल संसार में,
sushil sarna
हार हमने नहीं मानी है
हार हमने नहीं मानी है
संजय कुमार संजू
..
..
*प्रणय*
मौन मंजिल मिली औ सफ़र मौन है ।
मौन मंजिल मिली औ सफ़र मौन है ।
Arvind trivedi
तुम्हारा नंबर
तुम्हारा नंबर
अंकित आजाद गुप्ता
खुद से है दूरी  मीलो की...
खुद से है दूरी मीलो की...
Priya Maithil
कुछ लोग प्रेम देते हैं..
कुछ लोग प्रेम देते हैं..
पूर्वार्थ
हर तरफ खामोशी क्यों है
हर तरफ खामोशी क्यों है
VINOD CHAUHAN
4615.*पूर्णिका*
4615.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
नाता(रिश्ता)
नाता(रिश्ता)
पं अंजू पांडेय अश्रु
"जिन्दादिल"
Dr. Kishan tandon kranti
रावण दहन हुआ पर बहराइच में रावण पुनः दिखा।
रावण दहन हुआ पर बहराइच में रावण पुनः दिखा।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
जीव जीवन में है परमेश्वर वास
जीव जीवन में है परमेश्वर वास
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
*श्री महेश राही जी (श्रद्धाँजलि/गीतिका)*
*श्री महेश राही जी (श्रद्धाँजलि/गीतिका)*
Ravi Prakash
घर का हर कोना
घर का हर कोना
Chitra Bisht
Loading...