कुंडलिया
“कुंडलिया”
अनंत चतुर्थी पावनी, गणपति गिरिजा नेह
विघ्न विनाशक को नमन, शिव सुत सत्य स्नेह
शिव सुत सत्य स्नेह, गजानन आभा मंडित
वेदों के रखवार, ज्ञान गुरुता के पंडित
कह गौतम चितलाय, पूजहि यह चाँद तुरंत
रिद्धि सिद्धि हरषाय, विनायक महिमा अनंत॥
महातम मिश्रा, गौतम गोरखपुरी