कुंडलिया छंद
अपना भारत देश है,दुनिया में सिरमौर।
बात न मानो और की,देखो करके गौर।
देखो करके गौर,लोग हैं गजब निराले।
दे देते हैं जान ,बने माँ के रखवाले।
मिलकर सारे देव ,देखते यह ही सपना।
हो पृथ्वी पर जन्म,देश हो भारत अपना।।
डाॅ बिपिन पाण्डेय