Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Jan 2019 · 1 min read

कुंडलिया छंद (युवा दिवस पर)

कुंडलिया छंद-
तन पर शोभित था सदा,जिनके भगवा रंग।
उनकी वाणी सुन सभी ,हो जाते थे दंग।
हो जाते थे दंग , देख कर धर्म पताका।
समझाया वेदांत , बने वे पुरुष शलाका।
जाग्रत किया समाज,गर्व है हमको उन पर।
नाम विवेकानंद, दिव्य आभा थी तन पर।।1

माना जिनको विश्व ने,था व्यक्तित्व विराट।
पूज्य विवेकानंद हैं , युवा हृदय- सम्राट।
युवा – हृदय सम्राट ,बने थे जगत विजेता।
दिया घूम संदेश , लगे वे धर्म – प्रणेता।
सत्य सनातन धर्म ,जिन्होंने था पहचाना।
उसका किया प्रचार ,जगत ने लोहा माना।।2

सोहे पगड़ी शीश पर ,और खड़ाऊँ पैर।
उन पर मोहित थे सभी,अपना हो या गैर।
अपना हो या गैर ,सभी को गले लगाया।
देकर ज्ञान प्रकाश,जगत भ्रम दूर भगाया।
वाणी में था ओज ,वक्तृता मन को मोहे।
आकर्षक व्यक्तित्व ,देह पर भगवा सोहे।।3

आजादी थी प्रिय जिन्हें,हृदय राष्ट्र अनुराग।
उनके अथक प्रयास से ,जागे सोये भाग।
जागे सोए भाग , जोश उर में उपजाया।
स्वाभिमान के साथ ,सदा जीना सिखलाया।
राष्ट्र धर्म सर्वोच्च,अलख यह हृदय जगा दी।
चलकर उनकी राह ,मिली हमको आज़ादी।।4

डाॅ बिपिन पाण्डेय

264 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
बदन खुशबुओं से महकाना छोड़ दे
बदन खुशबुओं से महकाना छोड़ दे
कवि दीपक बवेजा
बाद के लिए कुछ भी मत छोड़ो
बाद के लिए कुछ भी मत छोड़ो
पूर्वार्थ
बना रही थी संवेदनशील मुझे
बना रही थी संवेदनशील मुझे
Buddha Prakash
चाँद यूँ ही नहीं छुपा होगा।
चाँद यूँ ही नहीं छुपा होगा।
पंकज परिंदा
थिक मिथिला के यैह अभिधान,
थिक मिथिला के यैह अभिधान,
उमा झा
आज के दौर में मौसम का भरोसा क्या है।
आज के दौर में मौसम का भरोसा क्या है।
Phool gufran
आज मैंने खुद से मिलाया है खुदको !!
आज मैंने खुद से मिलाया है खुदको !!
Rachana
एक पुरुष जब एक महिला को ही सब कुछ समझ लेता है या तो वह बेहद
एक पुरुष जब एक महिला को ही सब कुछ समझ लेता है या तो वह बेहद
Rj Anand Prajapati
जय श्री राम
जय श्री राम
आर.एस. 'प्रीतम'
बिखर रही है चांदनी
बिखर रही है चांदनी
surenderpal vaidya
3435⚘ *पूर्णिका* ⚘
3435⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
रूपमाला (मदन ) छंद विधान सउदाहरण
रूपमाला (मदन ) छंद विधान सउदाहरण
Subhash Singhai
Bad in good
Bad in good
Bidyadhar Mantry
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
मनवा मन की कब सुने, करता इच्छित काम ।
मनवा मन की कब सुने, करता इच्छित काम ।
sushil sarna
दायित्व
दायित्व
TAMANNA BILASPURI
"मेला"
Dr. Kishan tandon kranti
आभ बसंती...!!!
आभ बसंती...!!!
Neelam Sharma
ज़माना हक़ीक़त
ज़माना हक़ीक़त
Vaishaligoel
हर बात पे ‘अच्छा’ कहना…
हर बात पे ‘अच्छा’ कहना…
Keshav kishor Kumar
# खरी बातें
# खरी बातें
DrLakshman Jha Parimal
उज्जैन घटना
उज्जैन घटना
Rahul Singh
एक ही दिन में पढ़ लोगे
एक ही दिन में पढ़ लोगे
हिमांशु Kulshrestha
🙅🤦आसान नहीं होता
🙅🤦आसान नहीं होता
डॉ० रोहित कौशिक
■एक ही हल■
■एक ही हल■
*प्रणय*
रामचरितमानस
रामचरितमानस
डा. सूर्यनारायण पाण्डेय
शिव तेरा नाम
शिव तेरा नाम
Swami Ganganiya
इश्क की अब तलक खुमारी है
इश्क की अब तलक खुमारी है
Dr Archana Gupta
मुझे चाहिए एक दिल
मुझे चाहिए एक दिल
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
मुझे हर वो बच्चा अच्छा लगता है जो अपनी मां की फ़िक्र करता है
मुझे हर वो बच्चा अच्छा लगता है जो अपनी मां की फ़िक्र करता है
Mamta Singh Devaa
Loading...