Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Nov 2024 · 1 min read

कुंडलियां

कुंडलियां

लाली रवि की है कहे,सुबह सवेरे आन।
हुआ उजाला तम मिटा, करते सब प्रभु गान।।
करते सब प्रभु गान,प्रीत है गहरी लगती।
भोर सुहानी रोज,आस की गाथा कहती।।
सीमा मीठे गीत, कहे है कोयल काली।
सपनों में नवरंग,भरे है रवि की लाली।।

विभोर तन मन कर गयी , पंछी बोलें डाल।
पवन रवानी में बहे, जैसे देती ताल।।
जैसे देती ताल,मधुर सा गायन बजता।
हर्षित होता गात, हृदय को पुलकित करता।
सीमा पावन भाव,सुबह का मन ले हिलोर।
देते ईश्वर दर्श,प्रेम से आत्मा विभोर ।।

सीमा शर्मा

19 Views

You may also like these posts

वो जो आए दुरुस्त आए
वो जो आए दुरुस्त आए
VINOD CHAUHAN
अध्यापक
अध्यापक
Sakhi
इंतजार
इंतजार
Sumangal Singh Sikarwar
ग़ज़ल
ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
अच्छा लगता है
अच्छा लगता है
लक्ष्मी सिंह
আমার মৃত্যু
আমার মৃত্যু
Arghyadeep Chakraborty
मंगलमय हो आपका विजय दशमी शुभ पर्व ,
मंगलमय हो आपका विजय दशमी शुभ पर्व ,
Neelam Sharma
*मुहर लगी है आज देश पर, श्री राम के नाम की (गीत)*
*मुहर लगी है आज देश पर, श्री राम के नाम की (गीत)*
Ravi Prakash
उन्हें जाने देते हैं...
उन्हें जाने देते हैं...
Shekhar Chandra Mitra
■ अधकचरों की भीड़ के बीच उपजता है अर्द्धसत्य।
■ अधकचरों की भीड़ के बीच उपजता है अर्द्धसत्य।
*प्रणय*
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Neelofar Khan
"बस्तर की जीवन रेखा"
Dr. Kishan tandon kranti
सृजन कुंज के स्थापना दिवस पर कुंज एवं कुंज परिवार को हार्दिक
सृजन कुंज के स्थापना दिवस पर कुंज एवं कुंज परिवार को हार्दिक
संजीव शुक्ल 'सचिन'
बुंदेली दोहा-नदारौ
बुंदेली दोहा-नदारौ
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
वो हमें कब
वो हमें कब
Dr fauzia Naseem shad
लघुकथा - दायित्व
लघुकथा - दायित्व
अशोक कुमार ढोरिया
तुम्हारे जैसे थे तो हम भी प्यारे लगते थे
तुम्हारे जैसे थे तो हम भी प्यारे लगते थे
Keshav kishor Kumar
कोई हमें छोड़ कर चला गया, आज भी हमें उन पर बेइंतेहा भरोसा है
कोई हमें छोड़ कर चला गया, आज भी हमें उन पर बेइंतेहा भरोसा है
Iamalpu9492
आज के रिश्ते में पहले वाली बात नहीं रही!
आज के रिश्ते में पहले वाली बात नहीं रही!
Ajit Kumar "Karn"
दीवाना कर गया मुझे
दीवाना कर गया मुझे
Nitu Sah
हम तुम और वक़्त जब तीनों क़िस्मत से मिल गए
हम तुम और वक़्त जब तीनों क़िस्मत से मिल गए
shabina. Naaz
दिल तो पत्थर सा है मेरी जां का
दिल तो पत्थर सा है मेरी जां का
Monika Arora
"मेरे मन की बगिया में"
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
कौन है जिसको यहाँ पर बेबसी अच्छी लगी
कौन है जिसको यहाँ पर बेबसी अच्छी लगी
अंसार एटवी
जब हम सोचते हैं कि हमने कुछ सार्थक किया है तो हमें खुद पर गर
जब हम सोचते हैं कि हमने कुछ सार्थक किया है तो हमें खुद पर गर
ललकार भारद्वाज
नस नस में तू है तुझको भुलाएँ भी किस तरह
नस नस में तू है तुझको भुलाएँ भी किस तरह
Dr Archana Gupta
नारीत्व
नारीत्व
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
4580.*पूर्णिका*
4580.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Good Things Fall Apart So That The Best Can Come Together.
Good Things Fall Apart So That The Best Can Come Together.
Manisha Manjari
मन के सारे भाव हैं,
मन के सारे भाव हैं,
sushil sarna
Loading...