कुंडलियाँ
कुंडलियां
सृजन शब्द-मान बढ़ाओ
मान बढ़ाओ देश का, रखो सफाई आप।
कचरा डालो नहिँ कहीं, आस पास हो साफ।।
आस पास हो साफ, रोग से बचते जाएं
सब ही जागे लोग, गंदगी दूर भगाएं।।
सीमा कहती रोज ,स्वच्छता कार्य कराओ।
शुरू करो अभियान,देश का मना बढ़ाओ।।
मान बढ़ाओ मातु का, देकर के सम्मान।
गलती से भी मत करो, उनका तुम अपमान।।
उनका तुम अपमान ,करो तो मन है दुखता।
मानो सेवा धर्म, कर्ज नहिँ उनका चुकता।।
सीमा आशीर्वाद, चरण का माथे लगाओ ।
सब सुख होंगे पास, मातु का मान बढ़ाओ।।
सीमा शर्मा ‘अंशु’