कीलों की क्या औकात ?
कीलों की क्या औकात ?
और बौछारों की
क्या बिसात ?
धरती फाड़ के पैदा हो जाएं
जो नन्हें बीज में भरते
इतनी जान हैं
वे मेरे देश के किसान हैं
-आनंद-
कीलों की क्या औकात ?
और बौछारों की
क्या बिसात ?
धरती फाड़ के पैदा हो जाएं
जो नन्हें बीज में भरते
इतनी जान हैं
वे मेरे देश के किसान हैं
-आनंद-