किस से पूछूं?
कुछ सवाल हैं मन में , किससे पूछूं?
क्या रखा है जीवन में, किससे पूछूं?
कहां भूल आई हूं मैं खुद को,याद नहीं
किसका अक्स दर्पण में , किससे पूछूं?
जंग चलती है मेरे अंदर,हर रोज़ कोई
क्या राहत है अमन में, किससे पूछूं?
खेल जवानी के, इतने भी आसां नहीं
क्या रखा था बचपन में, किससे पूछू ?
दीवानी क्यूं कहलाई थी,राधा,मीरा
क्या मज़ा समर्पण में, किससे पूछूं?
सुरिंदर कौर