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11 May 2024 · 1 min read

किसी भी बात पर अब वो गिला करने नहीं आती

किसी भी बात पर अब वो गिला करने नहीं आती
है मेरा हाल क्या ये भी पता करने नहीं आती

कसम खाके मैं कहता हूँ कि उस दिन मर ही जाता हूँ
वो मेरी क़ब्र पे जिस दिन दुआ करने नहीं आती

-जॉनी अहमद ‘क़ैस’

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