किसी के साथ दोस्ती करना और दोस्ती को निभाना, किसी से मुस्कुर
किसी के साथ दोस्ती करना और दोस्ती को निभाना, किसी से मुस्कुरा कर मिलना और अपने अंदर उस मुस्कुराहट को बरकरार रखना, ज़िंदादिल और ईमानदार लोगों का काम है…
जिसका मूल्यांकन स्वयं करना पड़ता है ।
मेरी कलम से…
आनन्द कुमार