Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Oct 2018 · 1 min read

किसी के काम आओ

जिन्दगी बेशक अब छोटी सी है
पर यह जीनी तो सब को पड़ेगी
मुस्कुरा की या आंसू बहा के
यह पहल तो करनी पड़ेगी !!

वक्त पर किसी के काम आ जाओ
इस से बड़ा कर्म क्या होगा
जान तो जानी है सब की, जान
जाने से पहले कुछ अच्छा कर जाओ !!

यह कर्म भूमि है , बस निभा के जाओ
लेने की नहीं, देने की आदत से गुजर जाओ
स्वार्थ सिद्ध कर के अपना बस भला होगा
निस्वार्थ कर के अपना जीवन सफल कर जाओ !!

रास्ता कटीला है , काँटों से निकल जाओ
गुलाब जैसी मुस्कान से सब का दिल जीत जाओ
हर इंसान की कीमत समझो दोस्तों यहाँ पर
क्या पता किस मोड़ पर , कीमत उसकी भी समझ जाओ !!

अजीत कुमार तलवार
मेरठ

Language: Hindi
1 Like · 368 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
View all
You may also like:
मईया का ध्यान लगा
मईया का ध्यान लगा
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
नज़र बचा कर चलते हैं वो मुझको चाहने वाले
नज़र बचा कर चलते हैं वो मुझको चाहने वाले
VINOD CHAUHAN
ज़िंदगी में कामयाबी ज़रूर मिलती है ,मगर जब आप सत्य राह चुने
ज़िंदगी में कामयाबी ज़रूर मिलती है ,मगर जब आप सत्य राह चुने
Neelofar Khan
माना दौलत है बलवान मगर, कीमत समय से ज्यादा नहीं होती
माना दौलत है बलवान मगर, कीमत समय से ज्यादा नहीं होती
पूर्वार्थ
परत दर परत
परत दर परत
Juhi Grover
जीवन है मेरा
जीवन है मेरा
Dr fauzia Naseem shad
4360.*पूर्णिका*
4360.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
जब आए शरण विभीषण तो प्रभु ने लंका का राज दिया।
जब आए शरण विभीषण तो प्रभु ने लंका का राज दिया।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
*राम स्वयं राष्ट्र हैं*
*राम स्वयं राष्ट्र हैं*
Sanjay ' शून्य'
एक अलग ही दुनिया
एक अलग ही दुनिया
Sangeeta Beniwal
दोस्ती का मर्म (कविता)
दोस्ती का मर्म (कविता)
Monika Yadav (Rachina)
रही प्रतीक्षारत यशोधरा
रही प्रतीक्षारत यशोधरा
Shweta Soni
" श्मशान "
Dr. Kishan tandon kranti
इंसान स्वार्थी इसलिए है क्योंकि वह बिना स्वार्थ के किसी भी क
इंसान स्वार्थी इसलिए है क्योंकि वह बिना स्वार्थ के किसी भी क
Rj Anand Prajapati
ସକାଳ ଚା'
ସକାଳ ଚା'
Otteri Selvakumar
🌹खूबसूरती महज....
🌹खूबसूरती महज....
Dr .Shweta sood 'Madhu'
क
*प्रणय*
"वक्त की बेड़ियों में कुछ उलझ से गए हैं हम, बेड़ियाँ रिश्तों
Sakshi Singh
दोस्तों बात-बात पर परेशां नहीं होना है,
दोस्तों बात-बात पर परेशां नहीं होना है,
Ajit Kumar "Karn"
काश! मेरे पंख होते
काश! मेरे पंख होते
Adha Deshwal
ನೀನೆಷ್ಟರ ಗಂಡಸು???
ನೀನೆಷ್ಟರ ಗಂಡಸು???
ಗೀಚಕಿ
जिस दिन ना तुझे देखूं दिन भर पुकारती हूं।
जिस दिन ना तुझे देखूं दिन भर पुकारती हूं।
Phool gufran
मैं हर रोज़ देखता हूं इक खूबसूरत सा सफ़र,
मैं हर रोज़ देखता हूं इक खूबसूरत सा सफ़र,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
जाणै द्यो मनैं तैं ब्याव मं
जाणै द्यो मनैं तैं ब्याव मं
gurudeenverma198
ईगो का विचार ही नहीं
ईगो का विचार ही नहीं
शेखर सिंह
मां भारती से कल्याण
मां भारती से कल्याण
Sandeep Pande
*पहले घायल करता तन को, फिर मरघट ले जाता है (हिंदी गजल)*
*पहले घायल करता तन को, फिर मरघट ले जाता है (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
तुम भी तो आजकल हमको चाहते हो
तुम भी तो आजकल हमको चाहते हो
Madhuyanka Raj
अजब तमाशा जिंदगी,
अजब तमाशा जिंदगी,
sushil sarna
आपकी आहुति और देशहित
आपकी आहुति और देशहित
Mahender Singh
Loading...