किसी का भी असली किरदार या व्यवहार समझना हो तो ख़ुद को या किसी
किसी का भी असली किरदार या व्यवहार समझना हो तो ख़ुद को या किसी अपने को महज़ कुछ दिनों के लिए उसका वैतनिक कर्मचारी (Paid Employee) या साझेदार (Partner) बना कर देखें। सब समझ आ जाएगा।।
■प्रणय प्रभात■