किसान आंदोलन
किसान अंदोलन
सूत्र राज का बाँटने और आपस में लड़ाने का,
अपने राज को क़ायम कर आगे बढ़ाने का।
शदियों से चल रहा यह एक सिलसिला है,
हर दौर को इसका फल चखने को मिला है।
धर्म के नाम पर आपस में लड़ाया है,
उनका राज तभी क़ायम रह पाया है।
बाँटा है कभी जाति और क्षेत्र के नाम पर,
नफ़रत फैलाई गई हर दौर में घर-घर।
भाईचारा तोड़ कर ऐसी नफ़रत फैलाई गई,
भाईचारा और बोल-चाल भाई-भाई में भी ना रही।
अंदोलन ने भाईचारे और धैर्य को नए आयाम दिए,
सिखाए प्रबंधन और अहिंसक प्रदर्शन के मायने नए।
उनके बाँटने के हर नापाक इरादे को मिट्टी चटा दी,
किसान अंदोलन ने बँटवारे की हर लकीर मिटा दी।
कुछ ताक़तों ने देश को बड़ी शिद्दत से बाँटा है,
किसान अंदोलन उनके मुँह पर करारा चाँटा है।