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10 Oct 2024 · 1 min read

किरदार निभाना है

हर शख्स को यहां अपना किरदार निभाना है।
ज़माने के हर तीर का वो आखिरी निशाना है।

जिंदगी ने तुझे,हर कदम पर आजमाना है
इस जिंदगी की हर अदा कातिलाना है।

बंदगी करके तुझे ,सर सजदे में झुकाना है।
जिसने अता की हैं सांसें,उसका कर्ज चुकाना है।

किस किस से कहोगे ,तुम्हें मेरा साथ निभाना है।
आखिरी सफर पर जब अकेले‌ ही हमें जाना है।

कितने भी मुख्तलिफ रंगों से खुद को सजाना है।
आखिर तस्वीर होकर , तस्वीर में ढल जाना है।

सुरिंदर कौर

Language: Hindi
38 Views
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